अब विद्यार्थियों को कानून की जानकारी प्राप्त करने के लिए किताबों को खंगालने की आवश्यकता नहीं होगी। बस एक क्लिक में विद्यार्थी कानून की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। यह सुविधा अब मंगलायतन विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को मिलने लगी है। विश्वविद्यालय के पुस्तकालय ने मनुपात्रा (कानूनी ई-डेटाबेस) की सदस्यता ली है। ऑनलाइन डेटाबेस मनुपात्रा के माध्यम से देश के सर्वोच्च न्यायालय तथा अन्य न्यायालयों के महत्वपूर्ण निर्णय, बेयर एक्ट व ई-बुक्स डिजिटल लाइब्रेरी के जरिए उपलब्ध होंगी।
सोमवार को विश्वविद्यालय पुस्तकालय व डिपार्टमेंट ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस द्वारा आईक्यूएसी व विधि विभाग के सहयोग से मनुपात्रा कानूनी ई-डेटाबेस के उपयोग पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। पुस्तकालय अध्यक्ष डा. अशोक कुमार उपाध्याय ने अतिथि का परिचय कराते हुए बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य मनुपात्रा कानूनी डेटाबेस के महत्व और इसके बारे में जागरूकता बढ़ाना है। सत्र की शुरुआत विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डा. हैदर अली के स्वागत भाषण से हुई। मनुपात्रा के एरिया सेल्स मैनेजर जेबी सिंह ने मनुपात्रा के महत्व के साथ ही प्रमुख विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सॉफ्टवेयर के माध्यम से नये कानून, उच्च न्यायालयों द्वारा अद्वितीय उद्धरण, अधिनियम आदि की जानकारी समय की बचत के साथ आसानी से प्राप्त की जा सकती है। कुलपति प्रो. पीके दशोरा, संयुक्त कुलसचिव प्रो. दिनेश शर्मा ने पुस्तकालय के प्रयासों की सराहना करते हुए इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन पर जोर दिया। डा. दीपमाला ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डा. विकास शर्मा, डा. ममता रानी, जितेंद्र यादव, हितेश शर्मा आदि थे।