मंविवि के प्रबंधन एवं वाणिज्य संकाय में बजट पर हुई परिचर्चा

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मंगलायतन विश्वविद्यालय के प्रबंधन एवं वाणिज्य संकाय में बजट – 2024 पर पैनल परिचर्चा का आयोजन किया गया। अध्यक्षता मानविकी संकाय के डीन एवं प्रबंधन संस्थान के अध्यक्ष प्रो. राजीव शर्मा द्वारा की गई। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने 23 जुलाई 2024 को संसद में प्रस्तुत किए बजट पर गहन चर्चा करते हुए कहा कि आज हमारी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं अच्छी तो हैं परंतु उनका लाभ वास्तव में देश की जरूरतमंद जनता को नहीं मिल पा रहा है। सरकारी योजनाओं के लाभों का दुरुपयोग अधिक हो रहा है। सरकार ने देश में विकास तो प्रचुर मात्रा में किया है परंतु चिंतन का विषय है कि अल्प आय वर्ग तक यह सुविधाएं ना के बराबर ही पहुंच पा रही हैं। हमें जागरूक होना चाहिए एवं देश के हित में योजनाओं का क्रियान्वयन करने पर ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रो. अनुराग शाक्य ने अपने वक्तव्य में कहा कि मध्यम आय वर्ग को बजट में आयकर कटौती की उम्मीद पर भी पानी फिर गया, केवल कुछ छूट प्रदान करके मध्यम आय वर्ग को संतुष्ट करने की कोशिश की गई है। प्रो. अशोक पुरोहित ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि आम आदमी आज की कर व्यवस्था के अंतर्गत अपनी कुल आय का 60 से 70 प्रतिशत प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से करों के रूप सरकार को वापस भुगतान करता है। आयकर एवं जीएसटी इसके प्रमुख उदाहरण है। प्रो. आरके शर्मा ने सरकार को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा की ओर अधिक ध्यान देने पर जोर डाला। अन्य शिक्षाविदो के साथ-साथ प्रबंधन संस्थान के छात्र-छात्राओं ने भी सहभागिता की एवं अपने-अपने विचार रखे। चर्चा के अंत में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने वक्तव्य में प्रो. सिद्धार्थ जैन ने कहा कि बजट पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत करना हम सभी का मौलिक अधिकार है। हमें सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की सराहना एवं सुझाव भी समय-समय पर प्रेषित करते रहना चाहिए। चर्चा में डा. नियति शर्मा, डा. मौ. अरसलान, डा. उन्नति जादौन, डा. शालू अग्रवाल, डा. दीपिका भारद्वाज, डा. सुजीत कुमार व डा. विपिन कुमार ने भी अपने विचार रखे। छात्रो में अभय व मुस्कान ने व्यवस्थाओं को संभाला। चर्चा के सफल आयोजन पर कुलपति प्रो. पीके दशोरा, कुलसचिव बिग्रेडियर समरवीर सिंह, सह कुलसचिव प्रो. दिनेश शर्मा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की।

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