मंगलायतन विश्वविद्यालय में हुआ उद्यम अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन
विश्वविद्यालय देश में ऐसे उच्च शिक्षण संस्थान हैं जहां देश के भविष्य की नर्सरी तैयार हो रही है। यहां से निकलने वाले विद्यार्थी देश की राजनीति से लेकर विभिन्न पदों व संस्थानों की कमान संभालते हैं। आज विकास में प्रदेश का दूसरा स्थान है। प्रदेश में 22 देशों की कंपनियां उद्योग स्थापित करने आ रही हैं, 38 लाख करोड़ का निवेश होने जा रहा है। सरकार ने दो करोड़ से अधिक रोजगार पैदा करने का लक्ष्य तय किया है। आज सरकार उद्योग व रोजगार देने के लिए संसाधन पैदा कर रही है। उक्त बातें मंगलायतन विश्वविद्यालय के मुख्य सभागार में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी@4.0 से पूर्व आयोजित उद्यम अभिमुखीकरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मदन मोहन पत्रकारिता संस्थान, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के प्रो. ओमप्रकाश सिंह ने कहें। उन्होंने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में करीब 38 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। एक वर्ष के भीतर ही इन्हें जमीन पर उतारा जाएगा। यह प्रदेश के समग्र विकास और युवाओं के रोजगार के लिए अत्यंत लाभकारी होगा। कार्यक्रम की रूपरेखा का प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रदेश अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम लखनऊ के प्रबंध निदेशक राधेश्याम (आईएएस) ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का हृदय है। हमारी टीम विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों से संवाद कर उद्योग व रोजगार से जुड़ी जिज्ञासाओं का समाधान कर रही है। उन्होंने विद्यार्थियों से स्वयं के साथ दूसरों को भी महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा ही विद्यार्थियों को आगे बढ़ाएगी। आपकी जिम्मेदारी प्रदेश के समग्र विकास की संभावनाओं को जमीन पर उतारने की है।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने कहा कि पढ़ाई के बाद क्या करना है यह सवाल विद्यार्थियों के मन में रहता है। इसके लिए देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री चिंता कर रहे हैं। हमारा देश देश की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है इसे तीसरे नंबर पर लाना है। लेकिन सिर्फ सपने देखने से कुछ नहीं होगा, देश को योजना बनाकर औद्योगिक व मानव श्रम से आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से जाॅब पाने वाले नहीं जॉब देने वाले बनने का आह्वान किया। कुलपति ने विद्यार्थियों से देश को तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि आपकी क्षमताओं में संवर्धन करने के लिए विश्वविद्यालय सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। कार्यक्रम के प्रारंभ में ज्वाइंट रजिस्ट्रार प्रो. दिनेश शर्मा ने स्वागत भाषण में कहा कि उद्यमिता बढ़ेगी तो देश को गति मिलेगी और विकास होगा। सरकार इस दिशा में बेहतर प्रयास कर रही है। एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. सिद्धार्थ जैन ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई एक व चार की अधिकारी श्वेता भारद्वाज व स्वयं सेवक नंदिनी, अजिता, पारुल, शिवम, साहस, विशाल, आरती आदि के सहयोग से हुआ। संचालन चेतना सिंह ने किया। इस अवसर पर जेसीआई वीरेद्र कुमार, आरएचईओ अलीगढ़ विजेंद्र प्रताप सिंह, जिला समाज कल्याण विकास अधिकारी संध्या रानी बघेल, प्रो. जेएल जैन, प्रो. रविकांत, प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत, जितेंद्र यादव, कैप्टन लक्ष्मण सिंह, योगेश कौशिक, रोबिन वर्मा आदि थे।