मंगलायतन विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जन संचार विभाग में बुधवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। पत्रकारिता के विद्यार्थियों व प्राध्यापकों ने केक काटकर शुभकामनाएं प्रेषित की।
मुख्य अतिथि मानवीय संकाय के डीन प्रो. जयंतीलाल जैन ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने देश में पत्रकारिता के बदलते स्वरुप पर विचार रखे। विभागाध्यक्ष डा. संतोष गौतम ने प्रेस दिवस मनाए जाने के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना 16 नवंबर 1966 को हुई थी। इसका उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रा के साथ जिम्मेदारी की ओर ध्यान आकृष्ट कराना था। क्याेंकि प्रेस की स्वतंत्रता सर्वोपरि है, यह शासन और जनता के मध्य सेतु का कार्य करती है। सहायक प्रोफेशर मनीषा उपाध्याय ने कहा कि आजादी से पहले पत्रकारिता एक मिशन के रुप में थी। लोकतंत्र में प्रेस का बड़ा महत्व है। समय के साथ पत्रकारिता में काफी बदलाब आया है। पत्रकार योगेश कौशिक ने कहा कि मीडिया समाज का दर्पण होता है। तमाम सामाजिक बुराईयों के लिए सिर्फ पत्रकारों को दोषी नहीं ठकराया जा सकता। समाज को भी पत्रकारों के प्रति अपनी जिम्मेदारी काे समझना चाहिए। प्रवक्ता मयंक जैन ने सभी का अभार व्यक्त किया। संचालन छात्रा आशी ने किया। इस अवसर पर दीपक चौधरी, ज्ञानेंद्र, दीपक कुमार, अर्जुन उपाध्याय, अब्दुल कलाम, खुशबू, दीपशिखा, दीपिका, सताक्षी मिश्रा, शिवानी, हरीश, रितिक आदि थे।