शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने और नए विचारों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा हाल ही में एनईपी सारथी नामक एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है, जिसमें मंगलायतन विश्वविद्यालय के छह विद्यार्थियों का चयन किया गया है। यूजीसी द्वारा इन विद्यार्थियों में से ब्रांड एंबेसडर चुने जाएंगे।
समन्वयक डा. दीपशिखा सक्सेना व सह समन्वयक डा. स्वाती अग्रवाल ने बताया एनईपी सारथी के लिए विद्यार्थियों को परीक्षा व साक्षात्कार की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। लिखित परीक्षा में 120 विद्यार्थियों ने भाग लिया था, जिनमें से 35 विद्यार्थियों को साक्षात्कार के लिए चुना गया। इनमें से योग्य विद्यार्थियों में बीएलएड की याशी वाष्र्णेय, बीए बीएड की भूमिका माहेश्वरी, एमबीए की प्रियांजलि, एमसीए की विशाखा रोहतगी, बीसीए की सृष्टि शर्मा व पत्रकारिता की दीपशिखा शर्मा का चयन हुआ है। एनईपी सारथी का मुख्य उद्देश्य छात्रों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जहां वे अपने विचारों को साझा कर सकें और शिक्षा के नीति निर्माण में भूमिका निभा सकें। वहीं, सारथी की एनईपी के लिए जागरूकता लाना, छात्र समूहों से संपर्क बनाना, डिबेट, संवाद, प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक जैसी गतिविधियों के साथ सोशल मीडिया पर कैंपेन की जिम्मेदारी होगी। चयनित छात्राओं को कुलपति प्रो. पीके दशोरा, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा, डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा ने बधाई दी।