-डा. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर मंगलायतन विश्वविद्यालय में नवाचार पर हुआ मंथन
मंगलायतन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूसन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) द्वारा भारत के पूर्व राष्ट्रपति और “मिसाइल मैन” भारत रत्न डा. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनाई गई। इस दौरान “इनोवेट टू इंस्पायर ऑनरिंग डा. कलाम ड्रीम फॉर डेवलप्ड इंडिया” विषय पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम के प्रारंभ में डा. कलाम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मंगलायतन विश्वविद्यालय सदैव गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों, अनुसंधान कार्यों और नवाचार गतिविधियों का विस्तृत परिचय दिया।
मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वीमेन के डीन एकेडमिक प्रो. अरुण शर्मा ने अपने प्रेरक व्याख्यान में कहा कि डा. कलाम ने सदैव युवाओं को नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भारत के विकास की दिशा में युवाओं की ऊर्जा और रचनात्मकता ही सबसे बड़ी ताकत है। भारत आज विश्व की चैथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसका जीडीपी 4.18 ट्रिलियन डॉलर पार कर चुका है। 2027 तक भारत के तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था और नवाचार इस विकास के प्रमुख आधार हैं। हमें ऐसे नवाचार करने होंगे जो कम लागत और बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद दें ताकि हम विदेशी वस्तुओं पर निर्भर न रहें। कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने अपने संबोधन में कहा कि सपने वे नहीं जो हमें नींद में आते हैं, बल्कि सपने वे हैं जो हमें सोने नहीं देते। ऐसे सपने ही हमें लक्ष्य तक पहुंचने की राह दिखाते हैं। डा. कलाम का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। नए विचार लेकर आगे बढ़े, तो भारत निश्चित रूप से विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में आएगा। हमारा उद्देश्य छात्रों में नवाचार की भावना को प्रोत्साहित कर उन्हें रोजगारदाता नहीं, बल्कि रोजगार सृजनकर्ता बनाना है। कार्यक्रम के संयोजक डा. अरबाब हुसैन ने इनोवेशन काउंसिल की भूमिका और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। प्रो. मनीषा शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ। वहीं इंजीनियरिंग संकाय के विद्यार्थियों ने पोस्टर प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के आयोजन पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा व डीन रिसर्च प्रो. रविकांत ने प्रसन्नता व्यक्त की। इस अवसर पर प्रो. दिनेश पांडे, प्रो. महेश कुमार, प्रो. आरके शर्मा, प्रो. सिद्धार्थ जैन, प्रो. अब्दुल वदूद सिद्दीकी, प्रो. फवाद खुर्शीद, प्रो. प्रमोद कुमार आदि उपस्थित थे। संचालन दीपिका बांदिल ने किया।