मंगलायतन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज ने नागासाकी दिवस पर विशेष सत्र के साथ अपने एप्लाइड साइंसेज व्याख्यान श्रंखला की शुरुआत की। शिप्रा ब्लॉक में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के 75 छात्र उपस्थित रहे।
प्रो. वाईपी सिंह ने ‘‘परमाणु भौतिकी और मानवीय परिणाम: हिरोशिमा और नागासाकी की विरासत’’ शीर्षक पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने परमाणु भौतिकी के वैज्ञानिक सिद्धांतों और परमाणु बमबारी के गहरे मानवीय प्रभावों पर चर्चा की। कार्यक्रम में परमाणु युद्ध के नैतिक प्रभावों पर महत्वपूर्ण विचार-विमर्श हुआ। सत्र की शुरुआत प्रो. मनीषा शर्मा के स्वागत भाषण से हुई। जिसमें उन्होंने इन ऐतिहासिक घटनाओं को याद रखने के महत्व पर प्रकाश डाला। इस व्याख्यान ने विज्ञान और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संबंध पर केंद्रित एक श्रृंखला की शुरुआत की। इस अवसर पर डा. स्वाति अग्रवाल, डा. हिबाह इस्लाही, डा. मनीष राव अंबेडकर, डा. नीलम सिंह, सौरभ गुप्ता आदि उपस्थित रहे।