मंगलायतन विश्वविद्यालय में अथर्वा – 2024 की रही धूम
अलीगढ़। मंगलायतन विश्वविद्यालय प्रवंधन ने अनूठी पहल की है इसके तहत जो बालिकाएं पढ़ नहीं पाती हैं ऐसी 350 छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। इसमें लगभग पांच करोड़ व्यय विवि द्वारा किया जाएगा। आवश्यकता को देखते हुए दो नए पाठ्यक्रम बीएससी फॉरेंसिक साइंस तथा बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स वर्तमान सत्र से शुरू करेंगें। इसकी मान्यता की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पांच मार्च को रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें विवि के साथ ही आस-पास के युवाओं को भी मौका मिलेगा। पुस्तक मेला लगाने की योजना भी प्रस्तावित है। यह बातें मंगलायतन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने पत्रकार वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र बहुत व्यापक है। खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम शिक्षा का ही एक विशेष अंग हैं। शिक्षा के साथ खेल के विकास के बिना विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। इस विचार को ध्यान में रखते हुए मंगलायतन विश्वविद्यालय वार्षिक उत्सव “अथर्वा” का आयोजन करता है। इस वर्ष खेलों का उत्सव “कोलोजियम” और सांस्कृतिक उत्सव संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। अथर्वा आज विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए सांस्कृतिक विकास का पर्याय बन गया है। यहां विजयी रहे विद्यार्थियों को और बेहतर तरीके से तैयार करके राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन के लिए भेजा जाएगा।
कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय का परिसर विद्यार्थियों की शिक्षा और विकास के गुणवत्ता मानक का प्रतिबिंब है। खेलों में क्रिकेट, रस्सा खींच, कबड्डी, खो-खो, लॉन टेनिस, दौड़, लंबी कूद, त्रिकूद, गोला फेंक, तश्तरी फेंक, भाला फेंक, हथौड़ा फेंक में खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। अथर्वा में बॉलीवुड सिंगर इंदीप बख्शी के अलावा विद्यार्थी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां से सभी का मन मोहेंगे। जिसमें विभिन्न राज्यों की संस्कृति और लोक नृत्य व गीतों की छटा दिखेगी। उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि संस्कृति की पहचान प्रत्येक छात्र को होनी चाहिए। अथर्वा (सांस्कृतिक कार्यक्रम) का यही उद्देश्य है। संयुक्त कुलसचिव प्रो. दिनेश शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पांच दिवसीय अथर्वा उत्सव का आज समापन हो रहा है। इसमें न केवल बच्चों का मनोरंजन हुआ है बल्कि उन्हें एक ऐसा प्लेटफार्म दिया गया जिससे वे प्रतिभाग कर अपने अंदर छिपी हुई प्रतिभा को निखार सकें।
इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. सिद्दी विरेशम, प्रो. सिद्धार्थ जैन, प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत, डॉ. पूनम रानी, डा. संतोष गौतम, योगेश कौशिक आदि उपस्थित रहे।