रिज्यूम को एटीएस फ्रेंडली बनाने की है आवश्यकता

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मंगलायतन विश्वविद्यालय में “पावरफुल रिज्यूम स्ट्रेटेजीज दैट लैंड इंटरव्यूज” विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को रिज्यूम बनाने की आधुनिक तकनीक और एटीएस (एप्लीकेंट ट्रैकिंग सिस्टम) टूल्स की जानकारी देकर उन्हें इंटरव्यू के लिए तैयार करना था।

मुख्य वक्ता डा. दीपिका एन ने कहा कि आज के समय में जॉब इंटरव्यू के लिए सिर्फ रिज्यूम बनाना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे एटीएस फ्रेंडली बनाना आवश्यक है। सही कीवर्ड्स, उपयुक्त फॉर्मेटिंग और उपलब्धियों का प्रभावशाली उल्लेख विद्यार्थी को प्रतिस्पर्धा में आगे ले जा सकता है। एटीएस स्कोर बढ़ाने के लिए रिज्यूम को जॉब की आवश्यकताओं के अनुरूप कस्टमाइज करना चाहिए। उन्होंने बताया कि अनावश्यक ग्राफिक्स और जटिल डिजाइन एटीएस द्वारा पढ़े नहीं जा पाते। कार्यशाला में व्यवहारिक प्रदर्शन के माध्यम से दिखाया गया कि किस प्रकार एटीएस रिज्यूम को स्कैन करता है और अंक प्रदान करता है। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डायरेक्टर डा. अर्शी मलिक ने कहा कि प्रभावशाली रिज्यूम और एटीएस नियमों का पालन इंटरव्यू तक पहुंचने की कुंजी है। प्लेसमेंट प्रभारी डा. विपिन कुमार ने विद्यार्थियों को अपनी विशिष्ठ पहचान को रिज्यूम में स्पष्ट रूप से दर्शाने की सलाह दी। इस दौरान राहुल शर्मा सहित ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट कोऑर्डिनेटर ने भी विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया।

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