मंगलायतन विश्वविद्यालय में आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) और जीएस कैश क्लब के बैनर तले यौन उत्पीड़न के प्रति जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली में छात्र-छात्राओं, संकाय सदस्यों एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने भागीदारी की। कार्यक्रम का उद्देश्य परिसर को सुरक्षित, सम्मानजनक व समावेशी वातावरण प्रदान करना था।
रैली विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से प्रारंभ होकर परिसर के विभिन्न मार्गों से होती हुई निकाली गई। इस दौरान विद्यार्थी हाथों में पोस्टर एवं तख्तियां लिए हुए चल रहे थे, जिन पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम, लैंगिक समानता और सम्मानजनक व्यवहार से जुड़े नारे अंकित थे। कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों और कर्मचारियों को अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हैं। परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि यौन उत्पीड़न केवल कानूनी ही नहीं, बल्कि सामाजिक अपराध भी है। इसे रोकने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग को संवेदनशील होना आवश्यक है। अन्य वक्ताओं ने यौन उत्पीड़न से संबंधित यूजीसी एवं पॉश अधिनियम के प्रावधानों, शिकायत निवारण तंत्र तथा विश्वविद्यालय में गठित समिति की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा, प्रो. आरके शर्मा, प्रो. मनीषा शर्मा, प्रो. अनुराग शाक्य, प्रो. उदय शंकर, डा. पूनम रानी, डा. अशोक उपाध्याय, डा. नियति शर्मा, डा. रेखा रानी आदि उपस्थित रहे।