महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना समय की मांग

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मंगलायतन विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई-4 के तत्वावधान में “महिला सशक्तिकरण” विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में समाज में महिलाओं की भूमिका, चुनौतियों और उनके अधिकारों पर विस्तार से चर्चा की गई। कैसे महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर समाज में सशक्त भूमिका निभा सकें। वेबिनार में विद्यार्थियों, शिक्षकों व स्वयंसेवकों की सहभागिता रही।
वेबिनार की मुख्य वक्ता डा. शीतल सिंह ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में काफी प्रयास हो रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत चिंता का विषय है। जब तक महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं होंगी, तब तक उनका सशक्तिकरण अधूरा रहेगा। समाज में महिलाओं को केवल घरेलू भूमिकाओं तक सीमित कर देना, उनके विकास में बड़ी बाधा है। उन्होंने बेटियों को शिक्षा और स्वरोजगार के अवसर देने की आवश्यकता पर बल दिया। संयोजक और एनएसएस इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डा. नियति शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में महिलाओं को उनके अधिकारों और स्वतंत्रता के प्रति जागरूक करना था। एनएसएस समन्वयक डा. पूनम रानी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से संदेश देना जरूरी है कि महिला सशक्तिकरण केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक सामाजिक आवश्यकता है। कार्यक्रम में डा. शालू अग्रवाल, मनीषा उपाध्याय सहित छात्राओं अफीफा, कीर्ति, अन्नू, उर्वशी, खुशी आदि ने भी महिला सशक्तिकरण से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किए।

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