मंगलायतन विश्वविद्यालय कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशन विभाग द्वारा साइबर सुरक्षा पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को आज की डिजिटल दुनिया में बढ़ते साइबर खतरों के प्रति जागरूक करना था। कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा फिशिंग, हैकिंग, पासवर्ड सुरक्षा, डेटा प्राइवेसी आदि पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यशाला में साइबर सुरक्षा एनालिस्ट के प्रिसिंपल अंनिदया सिंह ने थ्रेड इंटेलिजेंस और साइबर खतरे की खुफिया जानकारी और साइबर अटैक के रुझानों की जांच के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। सीनियर साइबर सिक्योरिटी कंसल्टेंट अनिमेष बारी ने मालबेयर और साइबर कानून के विषय पर अपने विचार रखे। साइबर सुरक्षा के उपाय बताते हुए राजवर्धन सिंह ने साइबर हैकिंग की जटिलता और उससे बचने के उपाय बताए। आभार व्यक्त करते हुए विभागाध्यक्ष डा. जावेद वसीम ने कहा कि डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा तकनीकी जरूरत ही नहीं प्रत्येक इंटरनेट उपयोगकर्ता की मूलभूत आवश्यकता है। अंत में प्रश्नोत्तर सत्र में प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों से सवाल पूछे और शंकाओं का समाधान पाया। संचालन साधना ने किया। इस अवसर पर प्रो. केपी सिंह, हिमांशु शर्मा, लव मित्तल, डा. लुबना अंसारी, डा. अंकुर कुमार आदि थे।
डिजिटल युग में साइबर खतरों के प्रति जागरूकता जरूरी
