
विचार संगोष्ठी में डा. आरके शर्मा ने आयुर्वेद के लाभों और उसके वैश्विक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद का ज्ञान केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। जिसमें नृत्य, संगीत और नाटक के माध्यम से प्रस्तुतियां दी गई। आयुर्वेद पद्धति पर आधारित रंगोली व पोस्टर भी प्रस्तुत किए गए। वहीं, श्रेष्ठ डाक्टर डा. पीसी शुक्ला, श्रेष्ठ कर्मचारी राघवेंद्र सारस्वत व ममता, श्रेेष्ठ शिक्षक डा. शिवांश चंद्र शर्मा, टॉपर विद्यार्थी शाहरूख शाह, श्रेष्ठ उपस्थित के लिए विदुषी को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। समन्वयक डा. शिवांश चंद्र शर्मा व सह समन्वयक डा. वेद प्रकाश रहे। संचालन रोहित व पलक ने किया। इस अवसर पर प्रो. मनोज कुमार, प्रो. ऋषिकांत वशिष्ठ, डा. अनूप कुमार, प्रो. अंजली, डा. नीजर, डा. देश दीपक वर्मा, डा. हेमंत, डा. पंकज, डा. श्याम आरजेे, डा. ऐश्वर्या बाबू, डा. दीपा, डा. दीपू, डा. सी मोरंग आदि थे।