मंगलायतन विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन संस्थान में केंद्रीय बजट पर पैनल चर्चा की गई। पैनल चर्चा में उपस्थित सभी लोगों ने अंतरिम बजट की सराहना करते हुए कहा कि इसके दूरगामी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। चर्चा में शिक्षा, विकास व रोजगार के लिए सरकार के कार्यों का स्वागत किया गया।
प्रो. जयंतीलाल जैन ने चर्चा करते हुए कहा कि यह बजट प्रत्येक तबके के हर पहलू को प्रभावित करता है। बजट की तकनीकी शब्दावली को छोड़ दें तो एक आम व्यक्ति भी इसे समझ सकता है। इस बजट को विकसित भारत बजट 2024 नाम दिया गया है। जिसमें गरीब, युवा, महिला, अन्नदाता को विकसित भारत के चार स्तंभ मानते हुए प्रमुखता में रखा है। चर्चा करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. राजीव शर्मा ने कहा कि बजट में भारत को विकासशील देशों की श्रेणी से 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के रोड मैप को ध्यान में रखा गया है। वर्तमान व भविष्य की चुनौती को इस बजट में साधा गया है। वहीं प्रो. अंकुर अग्रवाल, प्रो. सिद्धार्थ जैन, डा. सुजीत, डा. सिराज, डा. अरसलान, डा. नियति, डा. शालू, डा. उन्नति, योगेश कौशिक, रोबिन वर्मा के साथ ही विद्यार्थियों ने चर्चा में आर्थिक पहलुओं, सार्वजनिक और निजी निवेश, बचत, बैंक ऋण, राजकोष जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।