मंगलायतन विश्वविद्यालय में स्पोर्ट्स कोलोसियम व अथर्वा का हुआ भव्य समापन

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-मैदान में खिलाड़ियों ने दिखाया दमखम तो मंच पर कलाकारों ने बिखेरे संस्कृति के रंग
मंगलायतन विश्वविद्यालय खेल और सांस्कृतिक उत्सव के रंगों में सराबोर रहा। विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे चार दिवसीय वार्षिकोत्सव अथर्वा 2025 और स्पोर्ट्स कोलोसियम में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा, जोश और रचनात्मकता से माहौल को जीवंत बना दिया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के खिलाड़ियों ने खेल भावना का अद्भुत प्रदर्शन किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों ने विश्वविद्यालय की सृजनशील ऊर्जा को नई दिशा दी। स्टार नाइट और विजेताओं को पुरस्कृत करने के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।


कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी जीएस मोदी, प्रति कुलाधिपति प्रो. पन्नालाल रमैया, कुलपति प्रो. पीके दशोरा, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह और परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना और वंदे मातरम् गीत की सुंदर प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि जीएस मोदी ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम भविष्य की क्षमताओं को निखारने और आत्मविश्वास बढ़ाने का माध्यम हैं। उन्होंने कहा जीवन का न कोई आरंभ है, न अंत, जब जागो, तभी सवेरा। विद्यार्थी अपनी क्षमताओं को पहचानें और दृढ़ संकल्प के साथ लक्ष्य निर्धारित करें।


प्रति कुलाधिपति प्रो. पन्नालाल रमैया ने कहा कि मनुष्य स्वयं अपनी सबसे बड़ी शक्ति है। ज्ञान का सागर अनंत है और प्रत्येक विद्यार्थी उस सागर का एक अंश है। उन्होंने कहा कि शिक्षक बनने का अर्थ केवल व्याख्यान देना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में जिज्ञासा, अनुशासन और मूल्यों का संचार करना भी है। विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने शिक्षकों का सम्मान करें, क्योंकि यही संस्कार उन्हें विद्वान बनाएंगे। कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने कहा कि इस वार्षिकोत्सव का उद्देश्य विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धात्मकता, टीम भावना, अनुशासन और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना था। उन्होंने कहा कि चार दिवसीय इस आयोजन ने विश्वविद्यालय परिसर को उत्सवमय बना दिया और खेल व कला के समन्वय ने विद्यार्थियों में नई ऊर्जा का संचार किया।


स्वागत भाषण में कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को आत्म अनुशासन और सामूहिकता का पाठ पढ़ाते हैं, जो जीवन में सफलता के लिए आवश्यक है। इस दौरान दोनों आयोजनों के विजेताओं को मंच पर मेडल और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर विजेताओं की खुशी का ठिकाना न रहा। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा, डीन रिसर्च प्रो. रविकांत, वित्त अधिकारी मनोज गुप्ता, प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत सहित विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की रूपरेखा प्रो. दिनेश पांडे ने प्रस्तुत की। आभार व्यक्त डीएसडब्ल्यू डा. पूनम रानी ने व्यक्त किया। संचालन एंजेला फातिमा व याशिका गुप्ता ने किया।


खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों में ये रहे विजेता –
खेल अधिकारी डा. भारतेंदु चौहान ने बताया कि खेल प्रतियोगिता बैडमिंटन में बालक में प्रणय जैन प्रथम, बालिका में सपना भारद्वाज प्रथम, बालक डबल्स में मौ. शहजाद व मौ. आदिल प्रथम। बालिका डबल्स में श्रष्टि जैन व उमरा प्रथम। दौड़ 100 मीटर में आशीष व भावना प्रथम, 200 मीटर में पुष्कर तौमर व प्रिया उपाध्याय प्रथम। 400 व 800 मीटर में अमित कुमार व प्रिया उपाध्याय प्रथम। लंबी कूद में अमित व राखी प्रथम रहे। गोला फेंक में विकास कुमार व भूमि सारस्वत प्रथम रहे। वॉलीबॉल में डीओपी व कृषि विभाग की टीम प्रथम रही। क्रिकेट में डीसीईए की टीम प्रथम रही। बास्केटबॉल में आईबीएमसी व फैकल्टी ऑफ साइंस की टीम प्रथम रही। रिले दौड़ में पाइव व एमएएमसीआरसी की टीम प्रथम रही। खो-खो में डीसीईए व आईबीएमसी की टीम प्रथम रही। डीएसडब्ल्यू डा. पूनम रानी ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम में लाइट वोकल सोलो में सुंदर कुमार प्रथम, क्लासिकल डांस में प्राची प्रथम, सेमी क्लासिकल डांस में संजीना ठेनुओं प्रथम, फोल्क डांस में रेसू प्रथम, ग्रुप सांग में एमएएमसीआरसी की टीम प्रथम, थिएटर कंपटीशन में डीजेएमसी की टीम प्रथम रही। योग में धीरज कुमार व माधवी प्रथम, ग्रुप योग में डीसीईए व बायोटेक्नोलॉजी टीम प्रथम रही।

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