मंगलायतन विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS)इकाई प्रथम, द्वितीय और सप्तम द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इकाई प्रथम के स्वयंसेवकों ने विश्वविद्यालय परिसर में ‘आवाज़ अनसुनी’ शीर्षक से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया। इस नाटक के माध्यम से विद्यार्थियों द्वारा शिक्षा के विषयों के चयन में बच्चों और अभिभावकों के बीच होने वाले अंतर्द्वंद को समाज के सामने प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो. जितेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “हर छात्र को अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चयन करना चाहिए ताकि वह भविष्य में अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सके।” इस अवसर पर विश्वविद्यालय की एनएसएस समन्वयक डॉ. पूनम रानी, यूनिट अधिकारी डॉ. मनीषा उपाध्याय, प्राध्यापक मयंक जैन, जीजीआईसी के विद्यार्थी और शिक्षक गण भी उपस्थित रहे।वहीं, एनएसएस यूनिट द्वितीय ने लगभग 60 स्वयंसेवकों के साथ सड़क सुरक्षा विषय पर गांव बेसवां में रैली का आयोजन कर ग्रामीणों को जागरूक किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. शिवराज त्यागी, प्रिंसिपल, आईएनपीएस ने कहा कि “आज के समय में सड़क दुर्घटनाएं मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक हैं, इसलिए यातायात नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक है। रैली में यूनिट अधिकारी नितिन कांत कुलश्रेष्ठ, पायल यादव और शिखा आदि थे।

सप्तम इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मनीष राव अंबेडकर ने बताया कि “पोषण सर्वप्रथम, सदैव” विषय पर महतापुर गांव में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 40 स्वयंसेवकों ने सक्रिय भागीदारी की। इस दौरान ग्रामीणों को पोषण और उससे होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी गई। एनएसएस के इन विविध कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों ने समाज के विभिन्न वर्गों में जागरूकता फैलाने और सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।