आज भी जनसंचार का प्रभावी माध्यम है रेडियो

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मंगलायतन विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में रेडियो के विकास, प्रासंगिकता और आधुनिक संचार माध्यमों में रेडियो भूमिका पर चर्चा हुई।
मुख्य वक्ता प्रो. प्रदीप कुमार ने ‘‘जीवन यात्रा और रेडियो’’ विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार रेडियो ने समय के साथ खुद को बदला और आज भी यह जनसंचार का प्रभावी माध्यम बना हुआ है। विषय विशेषज्ञ मनीषा उपाध्याय ने रेडियो की सहजता और प्रभावशीलता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रेडियो न केवल मनोरंजन का एक प्रमुख साधन है, बल्कि सूचना और शिक्षा के क्षेत्र में भी विशेष भूमिका निभाता है। याशिका गुप्ता ने रेडियो की व्यावहारिकता और श्रोताओं के साथ इसके गहरे संबंध पर चर्चा की। ज्ञानेंद्र, दीपशिखा, क्षमा, पूजा, रामेंद्र, नरेंद्र, लवकुश, विकास, यश, शुभा आदि विद्यार्थियों ने भी विचार रखे। संचालन सोमी ने किया। आभार मयंक कुमार जैन ने किया। इस अवसर पर लव मित्तल, योगेश कौशिक, हरीश उपाध्याय, अर्जुन उपाध्याय, मुकेश ठेनुआ आदि थे।

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