The University Grants Commission (UGC) approved Mangalayatan University to offer distance learning education. After this approval, the University will offer undergraduate and postgraduate programmes in 21 disciplines where students will have flexibility to write examination in Hindi and English language. The University is offering Bachelor of Art, Bachelor of Commerce, Master of Business Administration, Master of Commerce, M.Sc. Mathematics, and Master of Art in Political Science, English, History, Social Science and Public Administration. While addressing the press conference, the Vice Chancellor of the University Professor P.K. Dashora assured to impart…
Read MoreDay: September 19, 2023
Vatsalya – embodiment of compassion – Acharya Pramukhsagar Ji
Author – Mayank Kumar Jain Spokesperson Department of Journalism and Mass Communication Mangalyatan University Aligarh Vatsalya – embodiment of compassion – Acharya Pramukhsagar Ji Chandanam Shitalam Loke Chan Moon. Sheetla in the pair of moon and sandalwood: sadhusangati:॥ Presently you are a well-known and respected spiritual saint of Shramana culture. You are a well-known and knowledgeable disciple of Ganacharya Pushpadant Sagar Ji Maharaj, a representative of the Vitraagi Digambara Jain Shraman tradition, who is in the tradition of Acharya Adisagar Ankalikar, Acharya Mahavirkirtiji, Acharya Vimalsagarji and Acharya Sanmati Sagarji Maharaj,…
Read Moreवात्सल्य- करुणा की प्रतिमूर्ति – आचार्य प्रमुखसागर जी
चंदनं शीतलं लोके चं चंद्रमा। चन्द्रचन्दनद्वयोर्मध्ये शीतलाः साधुसंगतिः॥ वर्तमान में आप श्रमण संस्कृति के सुविख्यात एवं प्रतिष्ठित आध्यात्मिक संत हैं। आप वर्तमान शासननायक भगवान महावीरस्वामी की परंपरा में हुए आचार्य आदिसागर अंकलीकर, आचार्य महावीरकीर्तिजी, आचार्य विमलसागरजी एवं आचार्य सन्मति सागरजी महाराज की निग्रंथ वीतरागी दिगंबर जैन श्रमण परंपरा के प्रतिनिधि गणाचार्य पुष्पदंत सागर जी महाराज से दीक्षित, उनके बहुचर्चित व ज्ञानवान शिष्य हैं। तथा अपनी आगम अनुकूल चर्या एवं ज्ञान से नमोस्तु शासन को जयवंत कर रहे हैं । आज से 02वर्ष पूर्व 2021 में जब इटावा चातुर्मास…
Read Moreमंगलायतन विश्वविद्यालय को एक और बड़ी उपलब्धि, यूजीसी से दूरस्थ शिक्षा को मिली मान्यता
मंगलायतन विश्वविद्यालय में दूरस्थ शिक्षा में नौ कोर्स कर सकेंगे शिक्षार्थी, प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ -जॉब के साथ उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मिलेगा सुनहरा अवसर अलीगढ़। मंगलायतन विश्वविद्यालय के साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक और नवाचार जुड़ गया है। इसी सत्र में ऑनलाइन शिक्षा के साथ ही अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोजन (यूजीसी) से दूरस्थ शिक्षा (डिस्टेंस एजुकेशन) की मान्यता मिलना बड़ी उपलब्धी है। विशेषज्ञ पैनल प्रबंधन के दृष्टिकोण में मानदंडों पर खरा उतरने पर विश्वविद्यालय को अनुमति प्रदान की गई है। यहां दूरस्थ शिक्षा में नौ पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। जिनमें स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शामिल हैं। जो लोग जाॅब के साथ उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं उनके लिए यह सुनहरा अवसर होगा। इस…
Read More