समय पर इलाज से मिलेगी टीबी से मुक्ति

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मंविवि ने शुरु किया द टीबी चेलैंज कार्यक्रम

मंगलायतन विश्वविद्यालय के रेडियाे नारद व स्मार्ट संस्था के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को द टीबी चेलैंज कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का आयोजन नगर पंचायत बेसवां के सभागार में किया गया। जिसमें टीबी हारेगा देश जीतेगा का नारा देते हुए जन जागरुकता फैलाने के लिए लोगों को जागरुक किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रथम आराध्य श्री गणेश के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया। विभागाध्यक्ष डा. संतोष गौमत ने कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। मुख्य अतिथि सीएचसी अधीक्षक डा. रोहित भाटी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि टीबी जैसी बीमारी अब लाइलाज नहीं है। सरकार द्वारा प्रत्येक सीएचसी पर निश्शुल्क उपचार उपलब्ध है। सरकार का लक्ष्य है कि सभी रोगियों तक टीबी का निश्शुल्क, उच्च गुणवत्ता वाला उपचार मिले। विशिष्ठ अतिथि चेयरमैन मनोज कुमार ने कहा कि जन जागरुकता कार्यक्रमों से बीमारी को खत्म किया जा सकता है। सीडीपीओ विष्णु कुमार ने कुपोषण से बचने के लिए सरकार की पहल की जानकारी दी। उन्हाेंने कहा कि बच्चे के जन्म से ही उसे कुपोषण से बचा लिया जाए तो टीबी जैसी बीमारी से भी बच जाएगा। टीबी के लक्षण दिखने पर जांच अवश्य करानी चाहिए। डीन मानवीय संकाय प्रो. जयंतीलाल जैन ने कहा कि टीबी उन्मूलन को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है और आम जनमानस को इसमें सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी तभी इस रोग को मिटा पाएंगे। टीबी अधिकारी अमरेंद्र चाैधरी ने कहा कि टीबी असाध्य बीमारी नहीं है। समय पर इलाज कराने से रोगी पूर्णतया स्वस्थ हो जाता है। सीएचसी पर उपचार निश्शुल्क है और मरीज को उपचार की अवधि के दौरान 500 रुपये प्रतिमाह पोषण राशि दी जाती है। असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा उपाध्याय ने आभार प्रकट किया। संचालन आरजे वीर प्रताप ने किया। कार्यक्रम में कुलसचिव प्रो. दिनेश शर्मा, सत्यप्रकाश राठी, प्रेमवीर सिंह, रवि चौधरी, ममता चौधरी का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर आशी, दीपक कुमार, जूही चौहान, दिव्या, सताक्षी मिश्रा, दीपक चौधरी के साथ ही आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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